सामान्य हिन्दी
निर्देश – प्रारंभ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित है ।
खण्ड ‘क’
1.
(क) ‘कलम का सिपही’ जीवनी विद्या के लेखक है —
(i) अमृतराय (ii) यशपाल
(iii) जैनेन्द्र कुमार (iv) मुंशी प्रेमचंद्र
(ख) ‘सरस्वती’ पत्रिका के प्रथम संपादक थे –
(i) महावीरप्रसाद देवेदी (ii) श्यामसुंदर दास
(iii) जयशंकर प्रसाद (iv) प्रतापनरायन मिश्र
(ग) ‘रानी केतकी की कहानी’ के लेखक है –
(i) ईशाअल्ला खां (ii) सदासुखलाल
(iii) लल्लूलाल (iv) सदल मिश्र
(घ) ‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ रचना किस विद्या पार आधारित है-
(i) संस्मरण (ii) यात्रावृत
(iii) डायरी (iv) आत्मा कथा
(ङ) ‘चिन्तामणि’ निबंध-संग्रह के रचनाकार है-
(i) मुंशी प्रेमचंद (ii) श्यामसुंदर दास
(iii) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (iv) गुलाबराय
2. (क) रीतिमुक्त काव्यधार के कवि है –
(i) घनानंद (ii) भूषण
(iii) बिहारी (iv) आचार्य केशवदास
(ख) ‘विनयपत्रिका’ किस भाषा पर आधारित कृति है ?
(i) अवधि (ii) ब्रजभाषा
(iii) खड़ी बोली (iv) भोजपुरी
(ग) ‘छायावाद के प्रवर्तक’ माने जाते है –
(i) सुमित्रानंदन पन्त (ii) जयशंकर प्रसाद
(ii) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ (iv) रामधारीसिंह ‘दिनकर’
(घ) किस कवि को ‘राष्ट्रकवि’कि उपाधि से विभूषित किया गया ?
(i) रामकुमार वर्मा को (ii) मैथलीशरण गुप्त को
(iii) सुमित्रानंदन पन्त को (iv) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ को
(ङ) ‘अज्ञेय’ ने ‘तारसप्तक’ का प्रकाशन किया –
(i) 1943 में (ii) 1947 में
(iii) 1950 में (iv) 1952 में
3. दिए गए गद्यांश पे आधारित निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए –
जो कुछ भी हम संसार में देखते है, वह ऊर्जा का ही स्वरूप है । जैसा कि महर्षि अरविन्द ने कहा है कि हम भी ऊर्जा के ही अंश है । इस लिए जब हमने यह जान लिया है कि आत्मा और पदार्थ; दोनों ही अस्तित्व का हिस्सा है, वे एक-दूसरे से पूरा तादात्म्य रखे हुए है रखे हुए है तो हमें यह अहसास भी होगा कि भौतिक पदार्थों की इच्छा रखना किसी भी दृष्टिकोण से शर्मनाक या गैर-आध्यात्मिक बात नहीं है ।
- उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
- रेखांकित अंश कि व्याख्या कीजिए ।
- महर्षि अरविन्द ने क्या कहा है ।
- हम इस सारांश में जो कुछ देखते है, वह क्या है?
- ‘अस्तित्व’ और ‘तादात्म्य’ शब्दों का अर्थ स्पष्ट कीजिए ।
अथवा
राष्ट्र का तीसरा अंग जन कि संस्कृति है । मनुष्यों ने युगों-युगों जिस सभ्यता का निर्माण किया है, वही उसके जीवन का श्वास-प्रश्वास है । बिना संस्कृति के जन कि कल्पना कंबधमात्र है, संस्कृति ही जन कि मस्तिष्क है । संस्कृति के विकाश और अभ्युदय के द्वारा ही स्पष्ट कि वृद्धि सम्भव है । राष्ट्र के समग्र रूप में भूमि और जन के साथ-साथ कि संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान है । यदि भूमि और जन अपनी संस्कृति से विरहित कर दिए तो राष्ट्र का लोप समझना चाहिए । जीवन के विपट का पुष्प संस्कृति है । संस्कृति के सौन्दर्य और सौरभ में ही राष्ट्रीय जन के जीवन का सौन्दर्य और यश अंतर्निहित है । ज्ञान और कर्म; दोनों के पारस्परिक प्रकाश कि संज्ञा संस्कृति है ।
- उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
- रेखांकित अंश का व्याख्या कीजिए ।
- राष्ट्र के समग्र रूप में भूमि और जन के साथ ही और किसका महत्वपूर्ण स्थान है ?
- राष्ट्र का लोप कब समझना चाहिए ?
- संस्कृति के सौन्दर्य और सौरभ में क्या अंतर्निहित है ?
- दिए गए पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
कौन हो तुम वसंत के दूत
बिरस पतझड़ म अति सुकुमार ;
घन तिमिर में चपला के रेखा
तपन में शीतल मंद बयार !
लगा कहने आगन्तुक व्यक्ति
मिटाता उत्कंठा सविशेष;
दे रहा कोकिल सानन्द
सुमन को ज्यों मधुमय संदेश ।
- उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिए ।
- रेखांकित अंश कि व्याख्या से कीजिए ।
- आगन्तुक व्यक्ति से किसकी ओर संकेत किया गया है ?
- पद्यांश में किन पत्रों के बीच संवाद हो रहा है ?
अथवा
मैं कब कहता हूँ जग मेरी दुर्धर गति के अनुकूल बने,
मैं कब कहता हूँ जीवन-मरु नन्दन-कानन का फूल बने?
काँटा कठोर है, तीखा है, उसमें उसकी मर्यादा है,
मैं कब कहता हूँ वह घट कर प्रान्तर का ओछा फूल बने ?
- उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिए ।
- रेखांकित अंश कि व्याख्या कीजिए ।
- ‘काँटा कठोर है, तीखा है, उसमें उसकी मर्यादा है’ का आशय स्पष्ट कीजिए ।
- ‘जीवन-मरु में कौन-सा अलंकार है ?
- मैं (कवि) किसकी कमान नहीं करता ?
- 5. (क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचनाओं का उल्लेख कीजिए –( अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द )
- डा० ए० पी० जे० अब्दुल कलाम
- हजारी प्रसाद द्विवेदी
- वासुदेव शरण अग्रवाल
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख कृतियों का उल्लेख कीजिए – ( अधिकतम शब्द सीमा 80 शब्द )
- जयशंकर प्रसाद
- महादेवी वर्मा
- सुमित्रानन्दन पन्त
- ‘पंचलाइट’ अथवा ‘ध्रुवयात्रा’ कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए । ( अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द )
अथवा
‘पंचलाइट’ अथवा ‘बहादुर’ कहानी का सारांश लिखिए ।
- स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर किसी एक खण्ड के एक प्रश्न का उत्तर दीजिए – ( अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द )
- ‘सत्य की जीत’ खंडकाव्य का कथा-सार संक्षेप में प्रस्तुत कीजिए । अथवा
- ‘सत्य की जीत’ खंडकाव्य के आधार पर द्रोपदी का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
- ‘रश्मिरथी खंडकाव्य के कथानक पर संक्षेप में प्रकाश डालिए । अथवा
- रश्मिरथी खंडकाव्य के आधार पर कुंती की चारित्रिक विशेषताओ का उल्लेख कीजिए ।
- ‘श्रवण कुमार’ खंडकाव्य कि कथावस्तु संक्षेप में लिखिए । अथवा
- ‘श्रवण कुमार’ खंडकाव्य के आधार पर श्रवण कुमार चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
- ‘आलोक-वृत’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए । अथवा
- ‘आलोक-वृत’ खण्डकाव्य के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
- ‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य कि प्रमुख घटनाओं का संक्षिप्त वर्णन कीजिए । अथवा
- ‘मुक्तियज्ञ’ खण्डकाव्य के आधार पर गांधी जी की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
खण्ड ‘ख’
- (क) दिए गए संस्कृत गद्यांशो में से किसी एक का ससन्दर्भ हिन्दी में अनुवाद कीजिए ।
यथैवोपकरणतां जीवनं तथैव ते जीवनं स्यात् । अमृततस्य तु नाशास्ति वित्तेन इति । सा मैत्रेयी उवाच: – येनाहं नमृता स्थानं किमहं तेन कुर्याम् ? यदेव भगवान केवलअमृततत्वसाधनं जानति, तदेव में ब्रूहि । याज्ञवल्क्य उचाव – प्रिया न: सती त्वं प्रियं भाषसे । एही, उपविश, व्याख्यास्यामि ते अमृतत्वसाधनम्।
(ख) दिए गए श्लोक का ससन्दर्भ हिन्दी में अनुवाद कीजिए –
जल-बिन्दु-निपातेन क्रमश: पूर्यते घाट: ।
स हेतु: सर्वविद्यानां धर्मस्य च धनस्य च ।।
- निम्नलिखित मुहावरों और लोकोक्तियों में से किसी एक का अर्थ लिख कर वाक्य में प्रयोग कीजिए –
- गागर में सागर भरना
- दल में कुछ कला होना
- प्राण हथेली पर रखना
- साँच को आँच नहीं
- निम्नलिखित शब्दों के सन्धि-विच्छेद के सही विकल्प का चयन कीजिए –
(i) विद्यालय: शब्द का सन्धि-विच्छेद है –
- विद्या + लय:
- विद्य + आलय:
- विद्या + आलय :
- विद्या + यालय:
(ii) सूर्योदय: का सन्धि-विच्छेद है –
- सूर्य + उदय
- सूर्यो +दय:
- सूर + ओदय:
- सूर + उदय:
( iii) हिमालय: का सन्धि-विच्छेद है –
- हिम + लय:
- हि + मालय:
- हिम + आलय:
- हिमा + आलय:
(ख) निम्नलिखित शब्दों के ‘विभक्ति’ और वचन के अनुसार चयन कीजिए –
(i) ‘आतमनौ’ में विभुक्ति और वचन है –
- द्वितीय, द्विवचन
- चतुर्थी, एकवचन
- षष्ठी, द्विवचन
- सप्तमी, एकवचन
(ii) ‘नामानि’ में विभुक्ति और वचन है
- सप्तमी, एकवचन
- पञ्चमीन, एकवचन
- तृतीय, द्विवचन
- सप्तमी, द्विवचन
11. (क) निम्नलिखित शब्द युग्मों का सही अर्थ चयन करके लिखिए –
(i) अभिराम-अविराम –
(क) सुन्दर और लगातार (ख) राम और लक्ष्मण
(ग) अब और तब (घ) सुन्दर और मजबूत
(ii) सुगंध-सौगन्ध –
(क) सुवास और दुर्गंध (ख) तोता और तोते का बच्चा
(ग) महक और शपथ (घ) अन्धा तोता और सैकड़ों खुशबू
(ख) निम्नलिखित शब्दों में से किसी एक शब्दों के दो अर्थ लिखिए –
(i) अम्बु (ii) सूर्य (iii) पृथ्वी
(ग) निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द का चयन करके लिखिए –
(i) जिसके समान दूसरा कोई न हो –
(क) अद्वितीय (ख) अतुलनीय (ग) श्रेष्ठ (घ) अज्ञानी
(ii) जिसने इन्द्रियों को जीत लिया हो –
(क) इंद्रियवान (ख) विजेता (ग) जितेंद्रिय (घ) संत
(घ) निम्नलिखित में से किन्ही दो वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए
- मेले में अनेक दुकाने आयी थी
- महादेवी वर्मा एक प्रसिद्ध कवि है
- हिमालय पर्वत सबसे ऊंचा पर्वत है
- चांटा लगते ही उसका आँसू निकाल पडे ।
12. (क) ‘शृंगार’ रस अथवा ‘करुण’ के स्थायी भाव के साथ उसकी परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए ।
(ख) ‘रुपक’ अलंकार अथवा ‘उत्प्रेक्षा’ अलंकार का लक्षण उदाहरण सहित लिखिए ।
(ग) ‘चौपाई’ अथवा ‘दोहा’ छन्द का लक्षण एवं उदाहरण लिखिए ।
13. ग्राम प्रधान की ओर से अपने जनपद के जिलाधिकारी को पत्र लिखिए जिसमें गाँव कि सफाई-व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया हो ।
अथवा
प्राथमिक स्वास्थ्य-केंद्र पर संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए समुचित दवाइयों कि उपलब्धता हेतु जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी को एक पत्र लिखिए ।
14. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर अपनी भाषा-शैली में निबंध लिखिए –
- पर्यावरण-प्रदूषण : समस्या और समाधान
- विज्ञान : वरदान या अभिशाप
- भारत मे कंप्युटर का महत्त्व
- मानव-जीवन में वनों कि उपयोगिता
- बढ़ती जनसंख्या : रोजगार कि समस्या